आज इस लेख में हम आपको हरियाणा GK में HARYANA CM LIST IN HINDI के बारे में विस्तार से पढ़ने वाले है।इसके साथ अगर आप haryana में किसी भी एग्जाम की तैयारी करने लिए हम से नोट्स भी ले सकते है।
HARYANA CM LIST IN HINDI
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 164 के तहत राज्यपाल द्वारा मुख्यमंत्री की नियुक्ति की जाती है परंतु राज्यपाल किसी को भी मुख्यमंत्री नियुक्त करने के लिए स्वतंत्र नहीं है
- विधानसभा के अंदर बहुमत दल का नेता मुख्यमंत्री कहलाता है
- मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल द्वारा की जाती है
- वैसे तो मुख्यमंत्री का कार्यकाल 5 वर्ष होता है परंतु जब तक विधानसभा के अंदर बहुमत है तब तक वह अपने पद परआसीन बना रहेगा
- राज्य का मुखिया मुख्यमंत्री कहलाता है परंतु राज्य का संविधानिक मुख्य राज्यपाल के लाता है और प्रशासनिक मुखिया मुख्य सचिव कहलाता है
आज हम हरियाणा के मुख्यमंत्री पर चर्चा करेंगे
- मुख्यमंत्री बनाने के लिए कम से कम आयु =25
- मुख्यमंत्री का कार्यकाल=5
-
हरियाणा का पहला मुख्यमंत्री भगवत दयाल शर्मा
जन्म= बेरी गांव झज्जर
पार्टी= भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
हरियाणा के ऐसे मुख्यमंत्री जिन को मनोनीत किया गया
- कारण
कारण यह था की हरियाणा इतना समृद्ध नहीं था कि वह पंजाब की तरह अपने मुख्यमंत्री का निर्वाचन करवा सके इसलिए जब हरियाणा 1 नवंबर 1966 को पंजाब से अलग हुआ तो 1 नवंबर 1966 को ही हरियाणा के मनोनीत मुख्यमंत्री के रूप में बीडी शर्मा जिसको भगवत दयाल शर्मा के नाम से जाना जाता है उन्हें हरियाणा के प्रथम मनोनीत मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया
- कार्यकाल= 1 नवंबर 1966 से 23 मार्च 1967 तक, मात्र 143 दिन
ओवर ऑल सबसे कम समय के कार्यकाल वाले सीएम बने
- यह हरियाणा के ऐसे मुख्यमंत्री थे जो उड़ीसा के राज्यपाल 1977 के अंदर और मध्य प्रदेश के राज्यपाल 1980 के अंदर यानी हरियाणा के ऐसे मुख्यमंत्री जो मुख्यमंत्री के साथ-साथ देश के राज्यों के राज्यपाल भी बने
हरियाणा के एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री जिनके नाम पर एक हेल्थ विश्वविद्यालय बीडी शर्मा हेल्थ विश्वविद्यालय है जोकि रोहतक जिले में स्थित है
हरियाणा के दूसरे मुख्यमंत्री राव बिरेंदर सिंह
जन्म रेवाड़ी
पार्टी = विशाल हरियाणा पार्टी
यह हरियाणा की पहली क्षेत्रीय पार्टी थी
चुनाव निशान उगता सूरज
- यह हरियाणा के पहले ऐसे मुख्यमंत्री थे जो कि गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे निर्वाचित मुख्यमंत्री थे और साथ में यह विधानसभा स्पीकर पद पर भी रहे
- स्पीकर पद का कार्यकाल= 7 मार्च 1967 से 23 मार्च 1967 तक
- सीएम पद का कार्यकाल 24 मार्च 1967 से 2 नवंबर 1967 तक
जब यह हरियाणा के स्पीकर पर थे इन्होंने अपने स्पीकर पद को त्याग किया उसके बाद में जिन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने के लिए चुनाव लड़ा और 24 मार्च 1967 को हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में बनकर आते है
परंतु दुर्भाग्यवश इनके शासनकाल में राष्ट्रपति शासन लग जाता है
- राष्ट्रपति शासन= 2 नवंबर 1967
इनकी पार्टी विशाल हरियाणा पार्टी का विलय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के अंदर हो जाता है
पहली बार भारत में चुनाव 1952 में हुआ और हरियाणा के अंदर 1967 के अंदर चुनाव होते हैं और हरियाणा के मुख्यमंत्री राजेंद्र जी बनकर आते हैं
भारतीय संविधान के अनुसार जिस राज्य के अंदर राष्ट्रपति शासन लग जाता है उस राज्य के अंदर 6 महीने के अंदर अंदर चुनाव होना जरूरी है
जब राष्ट्रपति के शासन के बाद चुनाव हुए हरियाणा के तीसरे मुख्यमंत्री के रूप में चौधरी बंसीलाल लेगा जी हरियाणा के मुख्यमंत्री बनते हैं
हरियाणा के तीसरे मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल लेगा
जन्म= जिला भिवानी
- हरियाणा के पहले जाट मुख्यमंत्री जिनको हरियाणा के अंदर लौह पुरुष के नाम से जाना जाता है
चौधरी बंसीलाल को हरियाणा का निर्माता और हरियाणा के विकास पुरुष के नाम से भी चौधरी बंसीलाल को संबोधित किया जाता है
यह हरियाणा के ऐसे मुख्यमंत्री थे जो सबसे कम आयु में हरियाणा के मुख्यमंत्री बने मात्र 41 वर्ष के
- कार्यकाल 1968 से 1975 तक यह बंसीलाल का प्रथम कार्यकर्ता
- द्वितीय कार्यकाल 1986 से 1987 तक
- तृतीय कार्यकाल 1996 से 99 तक
- 1968 से 1975 तक चौधरी बंसीलाल ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से अपना कार्यकाल पूरा किया
- 1996 से 99 तक हरियाणा विशाल पार्टी से हरियाणा के मुख्यमंत्री का कार्यकाल पूरा किया
चौधरी बंसीलाल हरियाणा के रक्षा मंत्री बने 1975 में और भारत के रेलवे परिवहन मंत्री बने 1984 के अंदर
चौधरी बंसीलाल द्वारा एक पार्टी का गठन किया गया 1991 में हरियाणा विकास पार्टी जिसका चुनाव निशान लड़का लड़की था
हरियाणा के मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल ने शराब बंद करने का कानून 1 जुलाई 1996 को लगाया बाद में इसे हटा दिया गया 1 अप्रैल 1998 को
हरियाणा के ऐसे मुख्यमंत्री थे जो इजराइल देश के दौरे पर गए थे
इन्हीं के शासनकाल के दौरान हरियाणा के अंदर विद्युतीकरण हुआ 1970 के दशक में
इन्होंने हरियाणा के अंदर सड़कों का निर्माण करवाया इसलिए इन्हें हरियाणा का सिरसा सूरी बोला जाता है
इनके द्वारा बनाई गई पार्टी हरियाणा विकास पार्टी का विलय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में हो गया जो कि 2004 में हुआ
जूही नहर का निर्माण चौधरी बंसीलाल की याद में करवाया गया
- निधन= 2006 में
हरियाणा के चौथे मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता
हरियाणा केसरी समाचार पत्र निकाला और हरियाणा विधानसभा के स्पीकर पद पर भी रहे 1972 से 1973 तक
- कार्यकाल= 1975 से 1970 तक यह कार्यकाल इन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से किया और उसके बाद में 1990 में 2 महीने के लिए जनता दल पार्टी से अपना कार्यकाल पूरा किया
बनारसी दास गुप्ता हरियाणा के उपमुख्यमंत्री पद पर भी रहे 1987 के अंदर उस समय हरियाणा के मुख्यमंत्री देवीलाल हुआ करते थे
यह हरियाणा के एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री थे जो हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ-साथ हरियाणा के उपमुख्यमंत्री तथा स्पीकर पद पर भी रहे
भूदान आंदोलन में बिना जमीन वालों को जमीन दी
- हरियाणा में दूसरी बार राष्ट्रपति शासन= 30 अप्रैल 1977
हरियाणा के 5 में मुख्यमंत्री चौधरी देवी लाल
जन्म= 25 सितंबर 1914
गांव तेजा खेड़ा सिरसा
- पिता का नाम लेख राम सियाग माता का नाम सुगना देवी पत्नी का नाम हरकी देवी
इन्हें हरियाणा की राजनीति का किंग मैं कर बोला जाता है जिसका अर्थ है राजा बनाने वाला
इन्हें शेर ए हरियाणा के नाम से भी जाना जाता है
हरियाणा के ऐसे मुख्यमंत्री जो भारत छोड़ो आंदोलन 1942 के दौरान 2 साल जेल में भी रहे
हरियाणा के मुख्यमंत्री जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना सहयोग दिया
कार्यकाल= 1970 से 1979 तक यह कार्यकाल जनता पार्टी से किया
द्वितीय कार्यकाल 1987 से 1989 तक यह कार्यकाल जनता दल पार्टी से पूरा किया
इन्होंने हरियाणा में बुढ़ापा पेंशन की शुरुआत की 1987 में ₹100 से
चौधरी देवी लाल ने हरियाणा के गांव में हरिजन चौपाल की शुरुआत के गांव मदाना झज्जर
चौधरी देवीलाल ने न्याय युद्ध न्याय के लिए संघर्ष की शुरुआत की
चौधरी देवीलाल ने ट्रैक्टर ट्राली को गैर व्यवसायिक वाहनों में शामिल किया
चौधरी देवीलाल ने ट्रैक्टर ट्राली को किसानों की बैलगाड़ी की संज्ञा दी
यह हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ-साथ भारत के उप प्रधानमंत्री बने 1989 से 1991 तक
उस समय भारत के प्रधानमंत्री विश्व प्रताप सिंह
उस समय भारत के राष्ट्रपति आर वेंकटरमन
- चौधरी देवीलाल ने इंडियन नेशनल लोक दल का गठन किया 1996 में
- हरियाणा की सबसे अधिक आयु के मुख्यमंत्री बने 63 साल की आयु में
- चौधरी देवीलाल की समाधि स्थल= संघर्ष स्थल दिल्ली
हरियाणा के छठे मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल बिश्नोई
- इन्हें हरियाणा की राजनीति का चाणक्य या हरियाणा की राजनीतिक का पीएचडी बोला जाता है
- हरियाणा में सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री बने 12 साल तक शासन किया
- कार्यकाल= 1979 से 1986 तथा 1991 से 96 तक
- चौधरी भजन लाल भारत सरकार में कृषि मंत्री बने 1988 के अंदर
- चौधरी भजन लाल ने हरियाणा जनहित कांग्रेस पार्टी का गठन किया 2007 में
- हरियाणा जनहित कांग्रेस पार्टी का विलय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अंदर 2016 में हो गया
हरियाणा का सातवां मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला
- हरियाणा में सबसे कम समय के कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री बने 5 दिन
- हरियाणा में सबसे ज्यादा बार मुख्यमंत्री बने 5 बार
- कार्यकाल= 1989 से 1991 तक इस शासनकाल में हरियाणा के तीन बार मुख्यमंत्री बनते हैं
- द्वितीय कार्यकाल 1999 से 2005 तक इस कार्यकाल में दो बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने
- प्रथम कार्यकाल जनता दल पार्टी से तथा द्वितीय कार्यकाल इंडियन नेशनल लोकदल से
- हरियाणा के अंदर तीसरी बार राष्ट्रपति शासन लगा = 6 अप्रैल 1991
- हरियाणा के अंदर अब तक तीन बार राष्ट्रपति शासन लग चुका है
हरियाणा का आठवां मुख्यमंत्री हुकम सिंह फोगाट
जन्म= जिला चरखी दादरी
- कार्यकाल= 1990 से 91 तक लगभग 8 महीने
- पार्टी= जनता दल पार्टी
- यह हरियाणा के उपमुख्यमंत्री पद पर भी रहे
हरियाणा का नोवा मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा
- जन्म = जिला रोहतक
- कार्यकाल = 2005 से 2014 तक
- पार्टी = भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
- हरियाणा में सबसे लंबे लगातार कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री बने
हरियाणा का दसवां मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर
जन्म = 5 मई 1954 , गांव निदाना रोहतक
पार्टी = बीजेपी
हरियाणा के पहले वाजपेई मुख्यमंत्री बने
हरियाणा के एकमात्र अनमैरिड मुख्यमंत्री
- कार्यकाल = 26 अक्टूबर 2014 से 2019 तक
- द्वितीय कार्यकाल = 27 अक्टूबर 2019 से अब तक
- नोट हरियाणा के ऐसे मुख्यमंत्री जिनका जन्म आजादी के बाद हुआ
- भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मनोहर लाल खट्टर
- हरियाणा के ऐसे मुख्यमंत्री जिनका जन्म पहले गणतंत्र दिवस के बाद हुआ मनोहर लाल खट्टर
कार्यकाल
- 1966 से 1967 तक भगवत दयाल शर्मा
- 1967 से 1967 तक राव बिरेंदर सिंह
- 1968 से 1975 तक चौधरी बंसीलाल
- 1975 से 1977 तक बनारसी दास गुप्ता
- 1977 से 1979 तक चौधरी देवी लाल
- 1979 से 1986 तक चौधरी भजन लाल
- 1986 से 1987 तक चौधरी बंसीलाल
- 1987 से 1989 तक चौधरी देवी लाल
- 1989 से 1991 तक ओम प्रकाश चौटाला, बनारसी दास गुप्ता, ओम प्रकाश चौटाला, हुकम सिंह, ओम प्रकाश
- 1991 से 1996 तक चौधरी भजन लाल
- 1996 से 1999 तक चौधरी बंसीलाल
- 1999 से 2005 तक ओम प्रकाश चौटाला
- 2005 से 2014 तक भूपेंद्र सिंह हुड्डा
- 2014 से अब तक मनोहर लाल खट्टर